ब्रोव भारमा, रघु राम
भुवनमॆल्ल नेवै, नन्नॊकनि

श्री वासुदेव! अंड कोट्ल
कुक्षिनि उंचुकोलेदा, नन्नु

कलशांबुधिलो दयतो
अमरुलकै, अदि गाक

गोपिकलकै कॊंडलॆत्त लेदा
करुणाकर, त्यागराजुनि