सामज वर गमन
साधु हृत्-सारसाब्जु पाल
कालातीत विख्यात

सामनि गमज – सुधा
मय गान विचक्षण
गुणशील दयालवाल
मां पालय

वेदशिरो मातृज – सप्त
स्वर नादा चल दीप
स्वीकृत यादवकुल
मुरलीवादन विनोद
मोहन कर, त्यागराज वंदनीय