सामज वर गमन
साधु हृत्-सारसाब्जु पाल
कालातीत विख्यात
सामनि गमज – सुधा
मय गान विचक्षण
गुणशील दयालवाल
मां पालय
वेदशिरो मातृज – सप्त
स्वर नादा चल दीप
स्वीकृत यादवकुल
मुरलीवादन विनोद
मोहन कर, त्यागराज वंदनीय
सामज वर गमन
साधु हृत्-सारसाब्जु पाल
कालातीत विख्यात
सामनि गमज – सुधा
मय गान विचक्षण
गुणशील दयालवाल
मां पालय
वेदशिरो मातृज – सप्त
स्वर नादा चल दीप
स्वीकृत यादवकुल
मुरलीवादन विनोद
मोहन कर, त्यागराज वंदनीय
रागं: वागधीश्वरीतालं: आदि पल्लविपरमात्मुडु वॆलिगे मुच्चट बाग तॆलुसुकोरे अनुपल्लविहरियट हरुडट सुरुलट नरुलटअखिलांड कोटुलटयंदरिलो (परम) चरनम्गगनाअनिल तेजो-जल भू-मयमगुमृग खग नग तरु कोटुललो5सगुणमुलो 6विगुणमुलो सततमुसाधु त्यागराजादियाश्रितुललो (परम)
Read moreरागं: अमृतवाहिनीतालं: आदि पल्लविश्री राम पादमा नी कृप चालुने चित्तानिकि रावे अनुपल्लविवारिज भव सनक सनंदनवासवादि नारदुलॆल्ल पूजिंचे (श्री) चरनम्दारिनि शिलयै तापमु तालकवारमु कन्नीरुनु राल्चगशूर अहल्यनु जूचि ब्रोचितिविआ रीति धन्यु सेयवे त्यागराज गेयमा…
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