नारायण सूक्तम्
ॐ स॒ह ना॑ववतु । स॒ह नौ॑ भुनक्तु । स॒ह वी॒र्यं॑ करवावहै ।ते॒ज॒स्विना॒वधी॑तमस्तु॒ मा वि॑द्विषा॒वहै᳚ ॥ॐ शांतिः॒ शांतिः॒ शांतिः॑ ॥ ओम् ॥ स॒ह॒स्र॒शीर्॑षं दे॒वं॒ वि॒श्वाक्षं॑-विँ॒श्वशं॑भुवम् ।विश्वं॑ ना॒राय॑णं दे॒व॒म॒क्षरं॑ पर॒मं पदम् ।…
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