बंटु रीति कॊलुवीय वय्य राम
तुंट विंटि वानि मॊदलैन
मदादुल बट्टि नेल कूलजेयु निज
रोमांचमने, घन कंचुकमु
राम भक्तुडने, मुद्रबिल्लयु
राम नाममने, वर खढ्गमि
बंटु रीति कॊलुवीय वय्य राम
तुंट विंटि वानि मॊदलैन
मदादुल बट्टि नेल कूलजेयु निज
रोमांचमने, घन कंचुकमु
राम भक्तुडने, मुद्रबिल्लयु
राम नाममने, वर खढ्गमि
रागं: वागधीश्वरीतालं: आदि पल्लविपरमात्मुडु वॆलिगे मुच्चट बाग तॆलुसुकोरे अनुपल्लविहरियट हरुडट सुरुलट नरुलटअखिलांड कोटुलटयंदरिलो (परम) चरनम्गगनाअनिल तेजो-जल भू-मयमगुमृग खग नग तरु कोटुललो5सगुणमुलो 6विगुणमुलो सततमुसाधु त्यागराजादियाश्रितुललो (परम)
Read moreरागं: अमृतवाहिनीतालं: आदि पल्लविश्री राम पादमा नी कृप चालुने चित्तानिकि रावे अनुपल्लविवारिज भव सनक सनंदनवासवादि नारदुलॆल्ल पूजिंचे (श्री) चरनम्दारिनि शिलयै तापमु तालकवारमु कन्नीरुनु राल्चगशूर अहल्यनु जूचि ब्रोचितिविआ रीति धन्यु सेयवे त्यागराज गेयमा…
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