कर्णाटक सङ्गीत गीतम् – लक्षण गीतं हरि केदारगौल
रागम्: हरि केदार गौल (मेलकर्त 28, हरिकाम्भोजि)आरोहण: स रि2 म1 प नि2 स’ (षड्जम्, चतुश्रुति ऋषभम्, शुद्ध मध्यमम्, पञ्चमम्, कैशिकी निषादम्, षड्जम्)अवरोहण: स’ नि2 द2 प म1 ग3 रि2 स (षड्जम्, कैशिकी निषादम्,…
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